UN मुख्यालय से पीएम मोदी ने दुनिया को बताए योग के महत्व

शरीर की शक्ति और मन की शांति को बढ़ाने के लिए योग से बढ़ा वरदान और कुछ नहीं है। मंगलवार (23 जून) को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दुनिया भर में योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस समय देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिवसीय यात्रा पर अमेरिका के न्यूयॉर्क में हैं।

योग दिवस के अवसर पर उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के लॉन में योगाभ्यास किया। पीएम मोदी की अगुवाई में इस समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में बड़ी तादाद में प्रतिभागियों ने योगाभ्यास किया।

योगाभ्यास से पहले समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा,”योग भारत से आता है। सभी प्राचीन भारतीय परंपराओं की तरह यह भी जीवंत और गतिशील है। योग जीवन का एक तरीका है। ये विचारों और कार्यों में सावधानी बरतने का एक तरीका है। ये स्वयं के साथ, दूसरों के साथ और प्रकृति के साथ सद्भाव से जीने का तरीका है।

“उन्होंने कहा, “पिछले साल पूरी दुनिया 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मनाने के भारत के प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए एक साथ आई थी। अब योग के लिए पूरी दुनिया का फिर से एक साथ आना अद्भुत है।

उन्होंने कहा,”योग कॉपीराइट, पेटेंट और रॉयल्टी भुगतान से मुक्त है। योग आपकी उम्र, लिंग और फिटनेस स्तर के अनुकूल है। योग पोर्टेबल है और वास्तव में सार्वभौमिक है।” उन्होंने यूएन मुख्यालय की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा, ये वही स्थान है, जहां पर दिसंबर 2014 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मान्यता देने के भारत के प्रस्ताव का समर्थन किया गया था।

बता दें कि योगाभ्यास के दौरान पीएम मोदी ने भद्रासन, ऊष्ट्रासन, उत्तान शिशुनासन, भुजंग आसन, पवन मुक्त आसन, शव आसन किए।

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